*. राजा तो उनके प्रतिनिधि के रूप में यहाँ शासन करता था।
*. उदयपुर से यह 12 मील कीदूरी पर स्थित है।
*. बांध के पास की ऊँची पहाड़...ी माछला मगरा (मत्स्य-शैल) कहलाती है। एकलिंगगढ़ दुर्ग इसी पहाड़ी पर बना हुआ है।
*. इस जगह पर अभी भी कुछ तोपें रखी हुई है।
*. मरहटों के आक्रमण के समय इस दुर्ग ने नगर की रक्षा करने में बहुत सहायता की थी।
*. इसके दक्षिण में अरावली पर्वतमाला की श्यामवर्ण पहाड़ियाँ शोभायमान हैं।
*. इस मंदिर का निर्माण बप्पा रावल ने 8वीं शताब्दी में करवाया था।
*. बाद में यह मंदिर टूटा और पुन:बना था।
*. वर्तमान मंदिर का निर्माण महाराणा रायमल ने 15वीं शताब्दी में करवाया था।
*. इस परिसर में कुल 108 मंदिर हैं।
*. मुख्य मंदिर में एकलिंगजी की चार सिरों वाली मूर्त्ति स्थापित है।
*. उदयपुर से यहाँ जाने के लिए बसें मिलती हैं।
*. राजस्थान का प्रसिद्ध शिव तीर्थस्थान है।
*. एकलिंगजी की मूर्ति में चारों ओर मुख हैं। अर्थात् यह चतुर्मुख लिंग है।
*. एकलिंगजी मेवाड़ के महाराणाओं के आराध्य देव हैं। इसके पास में इन्द्रसागर नामक सरोवर भी है। आसपासमें गणेश , लक्ष्मी , डुटेश्वर, धारेश्वर आदि कई देवताओं के मन्दिर हैं। पास में हीवनवासिनी देवी का मन्दिर भी है।
जय एकलिंगनाथ जी की।
जय मेवाङ।
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